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भीषण गर्मी एवं लू बचें, समय रहते बरतें सावधानी

अप्रैल की शुरु से ही गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरु कर दिये हैं। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों को दावा है कि इस साल पिछले वर्षो के कहीं अधिक गर्मी पड़ेगी। इस कारण गर्मी जनित बीमारियां फैलने का भी खतरा पैदा हो सकता है। इसके लिए हमें अभी से ही समय रहते गर्मी, विशेषकर लू से बचने का सभी आवश्यक उपाय करने होंगे। इससे बचाव के लिए हम घरेलू उपाय करके स्वयं व अपने परिजनों के इसकी चपेट में आने से बता सकते हैं।

गर्मी और लू की समस्या का सबसे ज्यादा सामना अप्रैल, मई व जून में करना पड़ता है। लेकिन साल 2025 में गर्मी और लू अपने नए आयाम छूने को बेताब है। अभी से ही देश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। राज्य सरकारों व केन्द्र सरकार भी स्वास्थ्य संबंधी एडवाइजरी जारी कर रही है। आने वाले समय में पड़ने वाली भीषण गर्मी से बचने के लिए समय-समय पर सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुझावों का अनुपालन करके हम काफी हद तक गर्मी के भंयकर प्रकोप से बचने में सफल हो सकते हंै।

हर वर्ष गर्मी के मौसम में बढ़ते तापमान के अनेक कारण हैं। इनमें मुख्य कारण वैश्विक तापमान वृद्धि होना है। पिछले कुछ सालों से वर्षा कम होने, ओद्योगिक इकाईयों के बड़ी संख्या में स्थापित किये जाने व वन क्षेत्रों की तेजी से कमी होने व पड़ों के कटाने से अनियत्रिंत होते पर्यावरण व नदी, नालों के लोप होने से भारत ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर तापमान में तेजी वृद्धि हो रही है। अफसोस की बात यह है कि जिस स्तर पर इन समस्यों को निदान के लिए कदम उठाये जाने चाहिए, उनमें से गिनती के कार्य भी नहीं किये जा रहे हैं, इससे आने वाले में गर्मी और लू की बेलगाम हो सकती है। 

इतना ही नहीं तापमान बढ़ने के साथ ही हमें वायु प्रदूषण, जल वायु प्रदूषण के कारण भी हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है, जिससे हमारी शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति भी कम हो रही है।  जलवायु परिवर्तन के कारण, मौसम के पैटर्न बदल रहे हैं, जिससे गर्मी और लू की समस्या निरतंर बढ़ती जा रही है। भीषण गर्मी और लू के कारण हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन जैसी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लू व गर्मी का प्रभाव केवल मानव स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि कृषि व उद्योग भी इससे प्रभावित होते हैं। 

आने वाले दिनों ने तापमान 38 से 41 तक पहुंचने की संभावना है। लू यानी तेज गर्म हवा चलने की संभावना है, खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली और आसपास के इलाकों में लू चलने की संभावना अधिक है। इसलिए अभी से ही इससे बचने के लिए कदम उठाकर आप खुद को गर्मी की मार से बच सकते हैं।

गर्मी और लू से ऐसे करें बचाव

गर्मी और लू से प्रकोप से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। कम से कम 8-10 गिलास पानी प्रतिदिन पीना चाहिए। जहां तक हो, कड़ी धूप में नंगे सिर जाने से बचें। कम से कम धूप में रहने का प्रयास करें। जहां तक हो छाया में रहकर ही अपना कामकाज निपटाएं। यदि पैदल चलना पड़ रहा है तो पेड़ों के नीचे या छत के नीचे बैठना चाहिए।
इसके साथ ही हल्के कपड़े पहनें। जहां तक हो सके सूती व हल्के कपड़े पहनना सुविधाजनक रहता है। आपके परिधान गर्मी में ढीले होेने चाहिए। घर में एसी का का तापमान न्यूनतम न रखें। घर के निकलने से पहले पानी जरुर पिएं। घर में बने सत्तू व शीतल पेय का सेवन भी किया जा सकता है।

खानपान का रखें विशेष ध्यान

गर्मी में भारी भोजन नहीं करने से बचना चाहिए। खासतौर पर तली हुई चीजों को कम से कम खाना चाहिए। गर्मी में हल्का और पौष्टिक भोजन ही करना चाहिए। यदि आप
जिम जाते करते हैं तो गर्मी में सुबह या शाम के समय ही जाना चाहिए। गर्म चीजें खाने से बचना चाहिए। जहां तक हो सके ठंडे पानी से ही स्नान करना चाहिए।

गर्मी में ताजे फल ही खाने चाहिए। सड़े गले व कटे फलों को न खाएं। गर्मी के प्रभाव से बचने के लिए  ठंडे पेय, नींबू पानी, छाछ, आदि का सेवन करें। पुदीना, आंवला खाने और नारियल पानी पीने से गर्मी से बचा जा सकता है।
यदि संभव हो तो खाना खाने के बाद दोपहर में थोड़ी देर के लिए आराम करना चाहिए।

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